दीपावली के पटाखें और प्रदूषण




 वर्ष में एक बार दीपावली आती है जो हमारे भारतवर्ष के सबसे बड़े और महत्वपूर्ण त्यौहारों में से एक है इस सभी लोग आपस मिठाई के साथ-साथ अपार प्रेम भी बांटकर अपने सभी सम्बंधो के प्रति अपना-अपना दायित्व निभाते हैं। इसी दीपावली के त्यौहार पर पटाखों का प्रयोग करके इस ढंग से अपनी खुशियाँ व्यक्त करते हैं। अब यदि वर्ष में केवल एक बार पटाखों से प्रदूषण हो रहा है तो इससे लाखों करोड़ों गुना अधिक प्रदूषण तो मात्र 5 घण्टे में उस ट्राफिक से हो रहा हो जो पूरे देश की सड़कों पर दिन दौड़ता है और ध्वनि प्रदूषण के लिए भी यही ट्रैफिक उत्तरदायी है, और यदि वर्ष में केवल एक दिन दीपावली के त्यौहार पर पटाखें बन्द करके यदि प्रदूषण रुकता या बन्द होता है तो भारत सरकार से मेरा ये अनुरोध है कि पहले केवल 5 घण्टो के लिए पूरे देश का ट्रैफिक रोककर तो देखिए कि प्रदूषण कितना कम होता है। इसका उदाहरण लोकड़ाउन में पूरे देश ने देख लिया कि पूरा वातावरण वायु, नदियां, पेड़-पौधे बिल्कुल स्वच्छ, साफ हो चुके थे केवल ट्रैफिक रुकने से ही ये सम्भव हुआ था केवल दिन के लिए पटाखों पर रोक लगाकर नहीं। 

वर्ष में एक बार दीपावली पर पटाखें जलाने वालों पर ₹ 1 लाख का दण्ड अथवा जेल और जो लोग दंगों की आग में देश जला रहें हैं उनको राजनैतिक पार्टियों में चुनावी टिकिट वाह!!

वर्ष में एक बार दीपावली पर पटाखें जलाने से वातावरण प्रदूषित होता है और जो दिन-रात सड़कों पर दौड़ते वाहनों के इंजन का धुआँ वातावरण को जला रहा है और तो और सड़कों पर चलती कार में बम रखकर जलाई जा रही है, उसका समाधान कब और कौन करेगा।

वर्ष में एक बार दीपावली पर पटाखें जलाने से वातावरण प्रदूषित होता है और जो प्रतिदिन बहन-बेटियों को दिन में सबक सामने गोली मारकर उनका सम्मान जलाया जा रहा है उन पर हो रहें आत्याचारों को कौन रोकेगा इसपर भी तो सरकार कड़ा दण्ड रखे कि यदि किसी स्त्री की ओर गलत दृष्टि से देखा तो उस पर ₹ लाख का दण्ड और उसकी एक आँख सदा के लिए बन्द कर दी जाएगी ऐसा भी कोई कानून या नियम बनना चाहिए


इसीलिये मैं प्रार्थना करता हूँ भारत सरकार से कि वर्ष में एक बार दीपावली पर पटाखों पर रोक लगाकर प्रदूषण कम नहीं होगा केवल एक दिन के लिए पूरे देश का ट्रैफिक बन्द करके देखिए पूरे देश का वातावरण जल-नदियाँ, वायु, पेड़-पौधे लोकड़ाउन की तरह फिर से साफ हो जायेगा।


No comments:

Post a Comment