फूल की मुस्कान सी है...



 


फूल की मुस्कान सी है...

मेरी प्यारी बहन को समर्पित ह्रदयस्पर्शी कुछ पंक्तियाँ

फूलो के जैसी मुस्कान सी है,
वह सुरों में पिरोई हुई राग सी है ।।
एक हजारो में मेरी प्यारी बहना है ।।

रिश्तो की एक अलग पहचान सी है,
उसके आने से महक उठा घर आँगन ।
पांव में पहने घुंघरूओ की मीठी आवाज सी है ।।

बागो में उड़ती तितली सी है,
जुगनू की तरह चमकने वाली चमक सी है ।
एक हजारो में मेरी प्यारी बहना है ।।

तारो से भी ज्यादा चमकने वाली,
स्नेह की रानी है वो ।
एक हजारो में मेरी प्यारी बहना है ।।

हंसी मजाक करने वाली,
छोटी -छोटी बातो पर रूठने वाली ।
एक हजारो में मेरी प्यारी बहना है ।।

सावन में बरसात की तरह,
बागो में फूलो की तरह ।
एक हजारो में मेरी प्यारी बहना है ।।

अपनी मीठी मीठी बातो से मुझे मनाने वाली,
एक भोली से गुड़िया की तरह ।
एक हजारो में मेरी प्यारी बहना है ।।


कवि :- अंकित शर्मा (कान्हा)

2 comments:

  1. अद्भुद रूप दिया है आपने भाई- बहन प्रेम के प्रेम को....

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